संभल के प्राचीन शिव मंदिर से साईं बाबा की प्रतिमा को हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। रविवार को प्रतिमा का सिंहासन हटा दिया गया। मंदिर के पुजारी आचार्य पंडित अवनीश शास्त्री और श्रद्धालुओं ने शुक्रवार को यह निर्णय लिया।
मंदिर में साईं बाबा की प्रतिमा की स्थापना 15 जुलाई 2011 को हुई थी। संभल के कोट पूर्वी निवासी अशोकराज भंडूला ने अपनी पत्नी स्व. राज रानी की स्मृति में अपनी पुत्री और दामाद के माध्यम से यह प्रतिमा स्थापित करवाई थी।
मंदिर कमेटी ने प्रतिमा स्थापित करने वाले परिवार से संपर्क किया है। उन्हें प्रतिमा को कहीं और स्थापित करने का विकल्प दिया गया है। श्रद्धालुओं का कहना है कि शिव मंदिर में साईं बाबा की प्रतिमा की स्थापना उचित नहीं है।
27 अगस्त से गणेश चतुर्थी का पर्व शुरू हो रहा है। इससे पहले प्रतिमा को हटाने की योजना है। वर्तमान में प्रतिमा की स्थिति खराब है। इसके पैर खंडित हैं और कई दिनों से वस्त्र नहीं बदले गए हैं। मंदिर का निर्माण 1992 में हुआ था। यहां रोजाना लगभग 50-60 परिवार पूजा के लिए आते हैं। श्रद्धालुओं का कहना है कि वे मंदिर में आकर शिव की पूजा करते हैं, साईं बाबा की नहीं।
श्रद्धालु ललित पांडे ने बताया कि मंदिर से साईं बाबा की प्रतिमा को हटाने का निर्णय सभी की सहमति से लिया गया है। प्रतिमा को यहां से विस्थापित कर कहीं ओर स्थापित करने किया जाएगा। मंदिर पुजारी आचार्य अवनीश शास्त्री ने बताया कि हमारे हिंदू शास्त्रों में मंदिर में साईं की प्रतिमा लगाना नहीं है।
जहां भगवान शिव के शिवलिंग की स्थापना या अन्य देवी-देवताओं का स्थान हो, वहां ऐसी कोई प्रतिमा नहीं लगाई जा सकती। आज सिंहासन हटा लिया गया है और प्रतिमा को जल्दी हटा दिया जाएगा।