उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में निकली वोटर अधिकार यात्रा पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि इस यात्रा में भाव, जज़्बा और प्रभाव की कमी है, यानी इसमें आत्मा ही नहीं है।
आचार्य प्रमोद ने कहा कि यह यात्रा केवल चुनाव को ध्यान में रखकर निकाली गई है। यात्रा का मतलब केवल पैदल या गाड़ी से चलना नहीं होता, बल्कि उसमें उद्देश्य और प्रभाव होना चाहिए, जो इसमें नज़र नहीं आता। उनके अनुसार, यह यात्रा सिर्फ भीड़ जुटाने तक ही सीमित है।
“भारत जोड़ो यात्रा जैसा होगा हाल”
आचार्य प्रमोद ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी भारत को तोड़ने वालों को साथ लिया गया था। उसी तरह बिहार की यह यात्रा भी बेअसर साबित होगी। उन्होंने कहा कि जयप्रकाश नारायण, चंद्रशेखर, स्वामी विवेकानंद, विनोबा भावे और महात्मा गांधी जैसी हस्तियों की यात्राओं का प्रभाव जनता पर पड़ा था, लेकिन वोटर अधिकार यात्रा में वह आत्मा नहीं है, यह केवल शरीर मात्र है।
“प्रधानमंत्री पद पर 2029 तक वैकेंसी नहीं”
उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के पद पर 2029 तक कोई वैकेंसी नहीं है, क्योंकि वर्तमान में नरेंद्र मोदी इस पद पर हैं। राहुल गांधी के साथ चलने वाले वामपंथी लोग उन्हें सिर्फ सपने दिखाते हैं। पीएम मोदी पर कुछ भी आरोप लगाना राजनीति नहीं है। विपक्ष ने यही गलती 2014, 2019 और 2024 में भी दोहराई थी, और जनता सब समझती है।
“अगर आयोग चोर है तो इस्तीफा दें विपक्षी”
आचार्य प्रमोद ने कहा कि यदि चुनाव आयोग चोर है, तो विपक्षी सांसदों को लोकसभा से इस्तीफा देना चाहिए। क्योंकि सभी सांसद उसी आयोग द्वारा जारी प्रमाणपत्र से संसद पहुंचते हैं। अगर आयोग पर भरोसा नहीं है, तो राहुल गांधी खुद वायनाड और रायबरेली से कैसे जीतकर आए? उनके अनुसार, विपक्ष खुद नहीं जानता कि वह वास्तव में क्या करना चाहता है।