केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विदेश नीति को लेकर विपक्ष के आरोपों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक भारत की विदेश नीति में एक तरह की कमजोरी दिखाई देती थी, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसमें मजबूती लाने का काम किया है।
‘पहले बिना रीढ़ की थी विदेश नीति’
अमित शाह ने कहा कि जब इतिहासकार विभिन्न प्रधानमंत्रियों की तुलना करेंगे तो वे पाएंगे कि सबसे बड़ी उपलब्धियां प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में हुई हैं। उनके अनुसार, पहले भारत की विदेश नीति बिना रीढ़ की थी, लेकिन पीएम मोदी ने उसे सशक्त बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि मोदी सरकार के दौरान भारतीय पासपोर्ट की वैश्विक प्रतिष्ठा बढ़ी है। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और पीएम मोदी की विदेश नीति की तुलना से जुड़े सवाल पर शाह ने यह टिप्पणी की।
पाकिस्तान को लेकर सख्त रुख
अमित शाह ने कहा कि पहले कूटनीति को सुरक्षा मुद्दों पर गलत तरीके से प्राथमिकता दी जाती थी, लेकिन 2014 के बाद तस्वीर बदल गई। उनके अनुसार, आज पूरी दुनिया मानती है कि नरेंद्र मोदी अब तक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं। पाकिस्तान पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अब भारत ने साफ कर दिया है कि भारतीयों का खून और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब भी पाकिस्तान ने आतंकी हमले किए, उन्हें तुरंत करारा जवाब दिया गया।
पीएम मोदी के राजनीतिक सफर पर बयान
पीएम मोदी के राजनीतिक जीवन का उल्लेख करते हुए अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री पद पर सबसे लंबे समय तक सेवा देने वाले नेता मोदी ही हैं। उन्होंने बताया कि पिछले 24 वर्षों में उन्होंने कभी छुट्टी नहीं ली। शाह ने कहा कि मोदी ने स्थानीय कार्यकर्ता से लेकर बीजेपी के राष्ट्रीय नेता, गुजरात के मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बनने तक का लंबा सफर तय किया है और उन्हें उनकी मेहनत को करीब से देखने का अवसर मिला है।