यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) ने धनौरी वेटलैंड में बायोडायवर्सिटी पार्क विकसित करने की योजना को मंजूरी दे दी है। यह पार्क लगभग 112 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला होगा और वेटलैंड के मूल स्वरूप को सुरक्षित रखते हुए विकसित किया जाएगा। अधिकारियों के अनुसार, धनौरी वेटलैंड नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नजदीक स्थित है, इसी वजह से इसे संरक्षित करना बेहद जरूरी माना जा रहा है।
YEIDA ने बताया कि परियोजना के लिए 25 हेक्टेयर भूमि पहले से उपलब्ध है। इसके अलावा 12 हेक्टेयर ग्राम सभा की जमीन वापस ली जाएगी और लगभग 30 हेक्टेयर क्षेत्र का अधिग्रहण किया जाएगा। वेटलैंड के मौजूदा 45.6 हेक्टेयर दलदली हिस्से को बिना किसी निर्माण के पूर्ण रूप से संरक्षित रखा जाएगा। इसे मास्टर प्लान में शामिल कर दिया गया है ताकि भविष्य में किसी प्रकार का अवैध विकास न हो सके।
20 हजार से अधिक जल पक्षियों का प्राकृतिक घर
धनौरी वेटलैंड को रामसर टैग न मिलने के बावजूद यह दो मुख्य मानकों को पूरा करती है। यहां हर साल 20,000 से ज्यादा जल पक्षी आते हैं और यह सारस क्रेन की वैश्विक आबादी के 1% से अधिक को सहारा देती है। नई योजना में दलदली क्षेत्र को पूरी तरह सुरक्षित रखते हुए बाकी हिस्से को बायोडायवर्सिटी पार्क के रूप में तैयार किया जाएगा।
डिजाइन की जिम्मेदारी सलाहकार कंपनी के हाथ
प्राधिकरण इस क्षेत्र में वेटलैंड संरक्षण के साथ-साथ लोगों के घूमने, प्राकृतिक अध्ययन और पर्यटन के लिए सुविधाएं विकसित करेगा। मनोरंजन व फूड कियोस्क बनाने की भी तैयारी है, ताकि परियोजना की लागत रिकवर की जा सके। जल्द ही डिज़ाइन के लिए सलाहकार कंपनी के चयन हेतु आरएफपी जारी की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि यह बायोडायवर्सिटी पार्क धनौरी की पारिस्थितिक महत्ता को सुरक्षित रखते हुए शहरी विकास और एयरपोर्ट संचालन की जरूरतों के बीच बेहतर संतुलन स्थापित करेगा।
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