*लाभ पाकर खिले किसानों के चेहरे*
*सुपर फास्ट टाइम्स/ अरुण मिश्रा ब्यूरो चीफ*
लखीमपुर खीरी। सहायक अभियन्ता रामेश्वर सिंह ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुये विभाग में संचालित होने वाली विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तृत रूप से कृषकों को बताया कि लघु एवं सीमान्त कृषकों को उथले नलकूप गहराई अधिकतम 30 मी० होती है का लाभ दिया जा रहा है जिसके अन्तर्गत लघु कृषक को अधिकतम रू. 11000 का, सीमान्त कृषक को अधिकतम रू0 15400 एवं अनुसूचित जाति / जनजाति के लघु एवं सीमान्त कृषकों को अधिकतम रू. 19800 का अनुदान देकर उथले नलकूप का लाभ दिया जाता है। इसी प्रकार मध्यम गहरे नलकूप जिसकी गहराई 30-60 मी तक होती है का लाभ सभी श्रेणी के कृषक प्राप्त कर सकते हैं। इस योजना के अन्तर्गत नलकूप पर रू. 1.75 लाख विद्युतीकरण पर रू. 0.68 लाख एवं जल वितरण प्रणाली पर रू. 0.14 लाख का अधिकतम अनुदान अथवा लागत का 50 प्रतिशत अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। इसी योजना के अन्तर्गत गहरे नलकूप योजना के अन्तर्गत 60 मी० से अधिक गहराई के नलकूप का लाभ सभी श्रेणी के कृषक प्राप्त कर सकते हैं जिसमें नलकूप पर रू. 2.65 लाख, विद्युतीकरण पर रू. 0.68 लाख व जल वितरण प्रणाली पर रू. 0.14 लाख का अधिकतम अनुदान अथवा लागत का 50 प्रतिशत अनुदान प्राप्त कर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते हैं। मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना के तहत (वर्ष 2015-16 से) उथले नलकूप के लाभार्थी कृषकों को डीजल पम्पसेट हौज एवं जल वितरण प्रणाली पर अनुदान देय है। इस योजना के अन्तर्गत सामान्य श्रेणी के लघु कृषक को अधिकतम रू. 18000 सीमान्त कृषक को अधिकतम रू० 25200 एवं अनुसूचित जाति एवं जनजाति के कृषकों को रू. 32400 का अनुदान डीजल पम्पसेट पर देय है, शेष लागत कृषकों द्वारा वहन किया गया। इन सभी योजनाओं का लाभ प्रथम आवत प्रथम पावत के आधार पर दिया जाता है जिसमें ऑनलाइन आवेदन miuponline.in पर किया जाता है। अन्त में आये हुये अतिथियों को बीडीओ ज्ञानेन्द्र सिंह ने आभार व्यक्त किया।