वाइट पैच यानी सफेद दाग की चपेट में आने से युवाओं में स्ट्रेस बढ़ रहा है। उनमें कंफ्यूजन के साथ लो कॉन्फिडेंस भी देखा जा रहा है। ऐसे में कई बार शादी से पहले वे डिप्रेशन की चपेट में आ रहे हैं।
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इस समस्या से जूझ रहे युवाओं की शादियां तक टूट रही हैं। उनके विवाह होने में भी दिक्कतें आती हैं। ऐसे में उनके माता-पिता भी पैनिक सिचुएशन में रहते हैं, लेकिन ऐसे रोगों का इलाज संभव है। विटिलिगो या सफेद दाग जैसे रोग पूरी तरह से ठीक हो सकते हैं। बस जरूरत है एक्सपर्ट स्किन स्पेशलिस्ट की निगरानी में सही तरीके से इलाज कराने की।
ये कहना है यूपी के टॉप प्लास्टिक सर्जन प्रो. एके सिंह का। उन्होंने बताया कि वाइट पैच से घबराने की जरूरत नहीं है। ये बीमारी छुआछूत की नहीं है। यह छूने से नहीं फैलती है।
कैंपस@लखनऊ सीरीज के 59वें एपिसोड में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के पूर्व कुलपति प्रो. एके सिंह से खास बातचीत…
प्रो. एके सिंह कहते हैं कि इस बीमारी का ट्रीटमेंट है। पिगमेंटेशन और कॉलरेशन के जरिए इसे हाईड भी किया जा सकता है। पर ये देखना पड़ेगा कि पहले वाइट पैच बढ़ना बंद हो गया हो।