10वीं और 12वीं की वर्ष 2025 की परीक्षा, प्रायोगिक परीक्षा तथा मूल्यांकन कार्य कराने के लिए शिक्षकों के विवरणों का सत्यापन उनके ही विद्यालय के प्रिंसिपल करेंगे। इसके लिए UP बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों
.
इसके लिए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट 23 दिसंबर तक के लिए क्रियाशील की गई है। बोर्ड सचिव ने बताया है कि हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा कार्यक्रम घोषित किया जा चुका है। केंद्र व्यवस्थापक, बाह्य केंद्र व्यवस्थापक, कक्ष निरीक्षक तथा प्रयोगात्मक परीक्षा व मूल्यांकन कार्य के लिए परीक्षकों की नियुक्ति की जानी है।
लापरवाही करने वाले प्रिंसिपल माने जाएंगे दोषी : सचिव
यदि पोर्टल पर अपलोड भ्रामक सूचना के आधार पर किसी शिक्षक की ड्यूटी लगी तो संबंधित प्रिंसिपल दोषी माने जाएंगे। इसके लिए विशेष रूप से अपने विद्यालय के शिक्षकों की जन्मतिथि, नियुक्ति तिथि, पंजीकरण संख्या एवं अध्यापन का विषय, अर्हता, जिस विषय के अध्यापन के लिए निुयक्ति की गई है उस विषय का कोड एवं विषय के नाम की सतर्कता से जांच की जानी है।
यह भी ध्यान रखा जाए कि किसी भी दशा में एक शिक्षक का विवरण एक से अधिक विद्यालयों से अग्रसारित न होने पाए। यह कार्य तय समयसीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। किसी तरह की त्रुटि मिलने पर इस संशोधन अवश्य कर लिया जाए।