MEA on Israel-Iran Conflict: ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष पर अब विराम लग गया है. ईरान और इजरायल ने सीजफायर का ऐलान कर दिया है. ईरान-इजरायल के संघर्ष के कारण पश्चिमी एशिया में तनाव की स्थिति बन गई थी. वहीं, इसे पश्चिमी एशिया के घटनाक्रमों पर मंगलवार (24 जून) को भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने मंगलवार (24 जून) को एक बयान जारी कर कहा, “हम ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष से संबंधित घटनाक्रमों पर रात भर नजर रख रहे हैं. इसमें ईरान की परमाणु सुविधाओं के खिलाफ अमेरिका की ओर से की गई कार्रवाई और कतर में अमेरिकी सैन्य ठिकानों के खिलाफ ईरान की जवाबी कार्रवाई शामिल है.”
युद्धविराम में हम अमेरिका और कतर की भूमिका का करते हैं स्वागत- MEA
विदेश मंत्रालय ने कहा, “हम समग्र और निरंतर क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की संभावनाओं के बारे में गहराई से चिंतित हैं. हम ईरान और इजरायल के बीच युद्ध विराम की रिपोर्ट और इसे लाने में अमेरिका और कतर की ओर से निभाई गई भूमिका का हम स्वागत करते हैं.”
संघर्षों को हल करने के लिए वार्ता और कूटनीति केवल विकल्प- मंत्रालय
विदेश मंत्रालय ने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि हम दोहराना चाहते हैं कि क्षेत्र में कई संघर्षों को संबोधित करने और हल करने के लिए बातचीत और कूटनीति के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है.
मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, “भारत इन प्रयासों में अपनी भूमिका निभाने के लिए तैयार है और उम्मीद करता है कि सभी संबंधित पक्ष निरंतर शांति और स्थिरता की दिशा में काम करेंगे.”
12 दिनों के संघर्ष के बाद ईरान-इजरायल के बीच युद्ध विराम लागू
उल्लेखनीय है कि ईरान और इजरायल ने 12 दिनों के संघर्ष और लगातार जारी हमलों के बाद युद्धविराम की घोषणा की है. इन 12 दिनों ने दोनों देशों ने एक-दूसरे पर कई ताकतवर और विनाशकारी मिसाइलों और ड्रोन्स के जरिए हमले किए. वहीं, इन दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष के कारण पश्चिमी एशिया में काफी ज्यादा तनाव देखा जा रहा था. ऐसे में अगर ईरान-इजरायल के बीच यह संघर्ष लंबे समय तक जारी रहता, तो इसका प्रभाव दुनिया भर में हो सकता था.