वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में शिक्षकों की नियुक्ति में बड़ी अनियमितता सामने आई है। जौनपुर और गाजीपुर के 573 महाविद्यालयों की ऑनलाइन जांच में पता चला कि कई शिक्षकों का अनुमोदन एक साथ दो या तीन संस्थानों में दर्ज है।
विश्वविद्यालय की जांच में यह भी सामने आया कि कॉलेज प्रबंधक एक संस्थान में शिक्षक का अनुमोदन दिखाकर कक्षाएं अन्य शिक्षकों से करवा रहे हैं। इससे छात्रों को गुणवत्ताहीन शिक्षा मिल रही है। यह स्थिति न केवल छात्रों के भविष्य को प्रभावित कर रही है, बल्कि शिक्षा व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े कर रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई शुरू कर दी है। जिन शिक्षकों का अनुमोदन एक से अधिक संस्थानों में मिला है, उनका अनुमोदन तत्काल प्रभाव से रोका जा रहा है। विश्वविद्यालय की ऑनलाइन मॉनिटरिंग प्रणाली अब ऐसी अनियमितताओं को आसानी से पकड़ सकती है।
इस कार्रवाई के बाद कई महाविद्यालयों के प्रबंधक सतर्क हो गए हैं। वे अब नए और योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया में जुट गए हैं। इससे नए शिक्षकों को रोजगार के अवसर मिलने की संभावना बढ़ गई है।