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पेरियार ललई सिंह यादव की 112 वीं जयंती पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन


कुशीनगर।महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी व उत्तर भारत के पेरियार कहे जाने वाले पेरियार ललई सिंह यादव की 112वीं जयंती का आयोजन सेलिब्रेशन मैरिज हाल हाटा में प्रोफेसर टीचर एंड नान टीचिंग इम्प्लाइज विंग ( प्रोटान) कुशीनगर के बैनर तले सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्धघाटन परशुराम चौरसिया ने उनके जीवन वृतांत पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ललई जी का जन्म 01 सितम्बर 1911 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले के कठारा ग्राम में एक सामान्य कृषक परिवार में हुआ था। इनके पिता चौ. गुज्जू सिंह यादव माता श्रीमती मूलादेवी जी थी।
मुख्य अतिथि प्रोटान के मण्डल संयोजक रामदास परनाल जी ने कहा कि ललई सिंह ने सन् 1928 में हिन्दी के साथ उर्दू लेकर मिडिल पास किया। सन् 1929 से 1931 तक फाॅरेस्ट गार्ड रहे। 1931 में ही इनका विवाह श्रीमती दुलारी देवी पुत्री चौ. सरदार सिंह यादव ग्रा. जरैला निकट रेलवे स्टेशन रूरा जिला कानपुर के साथ हुआ। 1933 में सशस्त्र पुलिस कम्पनी जिला मुरैना (म.प्र.) में कान्स्टेबल पद पर भर्ती हुए। नौकरी से समय बचा कर विभिन्न शिक्षायें प्राप्त की। सन् 1946 ई. में नान गजेटेड मुलाजिमान पुलिस एण्ड आर्मी संघ ग्वालियर कायम कर के उसके अध्यक्ष चुने गए। ‘सोल्जर ऑफ दी वार’ ढंग पर हिन्दी में ‘‘सिपाही की तबाही’ किताब लिखी, जिसने कर्मचारियों को क्रांति के पथ पर अग्रसर किया। इन्होंने आजाद हिन्द फौज की तरह ग्वालियर राज्य की आजादी के लिए जनता तथा सरकारी मुलाजिमान को संगठित करके पुलिस और फौज में हड़ताल कराई जवानों से कहा कि *”बलिदान न सिंह का होते सुना, बकरे बलि बेदी पर लाए गये।विषधारी को दूध पिलाया गया,केंचुए कटिया में फंसाए गये।न काटे टेढ़े पादप गये,सीधों पर आरे चलाए गये।बलवान का बाल न बांका भया बलहीन सदा तड़पाये गये।*”

दिनांक 29.03.1947 को ग्वालियर स्टेट्स स्वतंत्रता संग्राम के सिलसिले में पुलिस व आर्मी में हड़ताल कराने के आरोप में धारा 131 भारतीय दण्ड विधान (सैनिक विद्रोह) के अंतर्गत साथियों सहित राज-बन्दी बने। दिनांक 06.11.1947 को स्पेशल क्रिमिनल सेशन जज ग्वालियर ने 5 वर्ष स-श्रम कारावास तथा पाँच रूपये अर्थ दण्ड का सर्वाधिक दण्ड अध्यक्ष हाई कमाण्डर ग्वालियर नेशनल आर्मी होने के कारण दी। दिनांक 12.01.1948 को सिविल साथियों सहित बंधन मुक्त हुये।
इसके साथ ही उनके जीवन का संघर्ष जातिवाद, ऊंच-नीच, पाखंडवाद,अशिक्षा व अंधश्रद्धा इत्यादि समाजिक कुप्रथाओं को सुधारने में बहुत ही अग्रणी रहा।
कार्यक्रम का कुशल संचालन नन्दलाल यादव और अध्यक्षता मा.ओम प्रकाश खरवार जी ने किया ।
कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रोटान मोतीचक के ब्लाक अध्यक्ष मा.नरायन सागर जी ने किया।
इस कार्यक्रम में रेखा रामचंद्रन, विजय कुमार भारती, राजेन्द्र कुमार यादव, लक्ष्मी कांत प्रसाद,सुवीश प्रसाद ,राम नगीना, रविन्द्र गुप्ता,शिव कुमार यादव,कबि मगन, राजेंद्र यादव, अशोक कुमार, महेंद्र भारती,वेद प्रकाश ,मुनीष सिंह, गुड्डू गुप्ता, छट्ठू गुप्ता ,कृति लता गौतम ,सरताज आलम के साथ अन्य सम्मानित जन उपस्थित रहे।

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✍️ Zafar Ahmad editor-in-chief Super fast times prayagraj

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