*स्कूल के हास्टल के कमरे में छात्र का फांसी के फंदे से लटकता मिला शव*
*परिजनों ने हॉस्टल प्रबन्धन पर लगाये आरोप, मुकदमा दर्ज होने के बाद किया अंतिम संस्कार*
*नागेंद्र प्रताप शुक्ला/ सुपर फास्ट टाइम्स*
बिजुआ खीरी। लखीमपुर खीरी के गोला गोकरननाथ में सोमवार की रात एक स्कूल के हॉस्टल में नाबालिक छात्र का शव फांसी के फंदे पर लटकता पाया गया । जिसकी सूचना चौकीदार ने विद्यालय प्रबंधक को दी और प्रबंधक ने पुलिस और परिजनों को दी । परिजनों के पहुंचने के बाद पुलिस ने भोर होते ही पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया । पोस्टमार्टम के बाद दोपहर में जब छात्र का शव उसके गाँव पहुँचा तो, परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग करने लगे हंगामा कर दिया उसके बाद देर शाम मुकदमा दर्ज होने के बाद अंतिम संस्कार किया गया।
पूरा मामला थाना हैदराबाद क्षेत्र के कुटवारा गांव में स्थित सिल्वर सिटी अकेडमी के हॉस्टल का है । जहां पर भीरा थाना क्षेत्र के भवानीपुर गांव के 13 वर्षीय छात्र गौरव पुत्र मनोज का शव रात 12 बजे फांसी के फंदे से लटकता पाया गया, वह कक्षा 5 का छात्र था। गौरतलब है कि कमरे में 4 छात्र रहते हैं जिसमें मृतक का भाई सुमित (11) भी रहता है जो कक्षा 4 का छात्र है । इसके अलावा 2 अन्य छात्र नितिन और विशाल भी रूकते थे।
रविवार रात वह सभी कमरे में ही सो रहे थे । मृतक के भाई सुमित के मुताबिक रात में कैसे क्या हुआ उसको जानकारी ही नहीं हुई । उसको विशाल ने जगाया था कि उसका भाई फांसी के फंदे पर लटका था। पास में ही एक मेज पड़ी हुई थी, रात 12 बजे अपने भाई का शव लटकने की सूचना चौकीदार हरिओम को दी गयी। जिसके बाद स्कूल के सभी लोग आ गये। इसके बाद रात को घर फोन करके सभी को बुलाया गया। परिजनों का कहना है कि तीन दिन पहले गौरव से बात हुई थी, तब ऐसा कुछ नहीं लग रहा था। जब रात को 2 बजे हम लोग गोला हॉस्टल पहुंचे तो पहले से भी पुलिस तैनात थी और हमारा जिगर का टुकड़ा मृत पड़ा था। रात में ही स्कूल का सारा स्टाफ गायब हो गया । फोन पर तो स्कूल के लोग यही कहते रहे कि गौरव फांसी लगाने के लिए इधर-उधर दौड़ रहा है लेकिन, जब अपने छोटे बेटे सुमित से बात की तो उसने गौरव के मरने की बात बताई । परिजनों ने आरोप लगाये कि हो सकता है कि मेरे बच्चे ने स्कूल में कुछ गलत होते हुए देख लिया हो, जिससे सबूत मिटाने के लिए प्रबंधक, प्रधानाचार्य और रात्रि में ड्यूटी पर तैनात कर्मचारी आदि ने मफलर को पंखे के कुण्डे में बांधकर बेटे को मारकर लटका दिया।
वही पोस्टमार्टम के बाद करीब 2 बजे जब गौरव का शव उसके गाँव पहुंचा तो परिजन स्कूल प्रबंधन पर मुकदमा लिखने के बाद अंतिम संस्कार करने की जिद पर अड़ गये । शव पहुंचने से पहले गांव छावनी में तब्दील हो चुका था । इस मौके पर लेखपाल अश्वनी कुमार, माधवराम, मैलानी थानाध्यक्ष पंकज त्रिपाठी, भीरा थानाध्यक्ष बृजेश कुमार मौर्य, विवेक उपाध्याय सहित भारी पुलिस बल तैनात हो गया। बाद में सीओ गोला रमेश तिवारी व पलिया सीओ अजेंद्र यादव के पहुंचने के बाद परिजनो से वार्ता की गई, उन्हे समझाया गया। काफी देर बाद जब मुकदमा लिखा गया तब जाकर अंतिम संस्कार हुआ।
बता दें की मृतक गौरव 3 भाई थे। सबसे बड़ा सौरभ राज उसके बाद गौरव और सबसे छोटा सुमित राज जिसमें सुमित कक्षा 4 और गौरव कक्षा 5 में पढ़ता था। पिता मनोज उपकेन्द्रों पर वैक्सीन के डिब्बे भेजने का कार्य करते हैं। परिवार का कहना है कि जिस कमरे में पहले बच्चे रूकते थे वहां कैमरे लगे थे और बाद में 18 जनवरी के बाद जिस कमरे में रूके वहां पर न तो खिड़की है और न कोई सुरक्षा व्यवस्था। हमारे बच्चे ऐसे ही ठंड में पड़े रहते थे।
प्रबंधक का कहना है कि बच्चे ने सुसाइड किया है और किस मामले को लेकर यह सब हुआ उन्हें जानकारी नहीं है। उनके हास्टल में और भी बच्चे हैं और हास्टल के अंदर कोई अपनी दुश्मनी निकालने नहीं आयेगा । बाकी पुलिस तो मामले की जांच में जुटी हुई है।
वही थाना हैदराबाद के थानाध्यक्ष दीपक तिवारी का कहना है कि अन्य छात्रों से पूछताछ की जा रही है । अन्य पहलुओं पर भी जांच जारी है । छोटा भाई पास में ही सो रहा था और पास में ही पढ़ने वाली मेज पड़ी हुई हैं । छात्र ने मेज पर मेज रखकर मुफलर से लटक कर फांसी लगाई है । छोटे भाई को भी कोई जानकारी नहीं है । सामान्य दिनों की तरह कल भी उसका व्यवहार वैसे ही बताया जा रहा है । फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही जानकारी हो पायेगी।