जौनपुर। पूर्वांचल विश्वविद्यालय में निर्माण कार्यों में लापरवाही सामने आने के बाद पीडब्ल्यूडी के सेवानिवृत्त सहायक अभियंता मदन कुमार चतुर्वेदी की सेवा तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दी गई है। यह कार्रवाई राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की नाराजगी के बाद विश्वविद्यालय में सुधारों के तहत की गई है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव केशलाल द्वारा जारी आदेश में बताया गया है कि चतुर्वेदी को पूर्व में निर्माण कार्यों की देखरेख और तकनीकी सलाह के लिए 50 हजार रुपये मासिक मानदेय पर नियुक्त किया गया था।
जांच समिति ने पाई गंभीर अनियमितताएं
एक जांच समिति की रिपोर्ट में पाया गया कि चतुर्वेदी ने अपने कर्तव्यों का ठीक से पालन नहीं किया और निर्माण कार्यों में लापरवाही बरती। समिति ने विशेष रूप से बाला साहब देवरस मल्टी परपज हॉल, कॉमन एग्जामिनेशन सेंटर और मूल्यांकन भवन से जुड़ी परियोजनाओं की जांच की, जिसमें गंभीर अनियमितताओं की पुष्टि हुई।
विश्वविद्यालय की साख पर पड़ा असर
रिपोर्ट में यह भी उल्लेख है कि अभियंता की निगरानी में कार्यों की गति और गुणवत्ता दोनों प्रभावित हुई, जिससे विश्वविद्यालय की साख पर प्रतिकूल असर पड़ा। कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए कुलसचिव को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए।
अनुशासन और पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता
कुलसचिव के निर्देशों के बाद मदन कुमार चतुर्वेदी की सेवा तत्काल समाप्त कर दी गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने कहा कि यह कदम पारदर्शिता, जवाबदेही और अनुशासन के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। आगे अन्य संबंधित व्यक्तियों पर भी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।