गोरखपुर। अम्बेडकर जन मोर्चा के द्वारा विगत कई वर्षाें से दलित, पिछड़ा, गरीब भूमिहीनों को प्रति परिवार एक एकड़ जमीन दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश में व्यापक जन आन्दोलन चलाया जा रहा है। आन्दोलन के प्रथम चरण में दिनांक 17.12.2022 को गोरखपुर में ‘‘दलित अधिकार महा रैली’’ का आयोजन किया गया था, इस रैली में लाखों की संख्या में भूमिहीन गरीब जनता गोरखपुर में जुटी थी और अपनी मांग से शासन प्रशासन को अवगत कराया था।
महा जन आन्दोलन के दूसरे चरण में दिनांक 17.03.2023 को पुनः गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय के समक्ष विशाल धरना/प्रदर्शन किया गया, इस प्रदर्शन में भी भारी संख्या में भूमिहीन गरीब जनता जुटी, ज्ञापन/मांग पत्र सौंपा गया लेकिन सरकार के तरफ से हमारी मांग के सन्दर्भ में आश्वासन के बावजूद आज तक कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया। सरकार या प्रशासन ने इस गम्भीर समस्या के सन्दर्भ में अम्बेडकर जन मोर्चा से कोई बात भी नहीं किया।
उक्त आशय की जानकारी देते हुये अम्बेडकर जन मोर्चा के मुख्य संयोजक श्रवण कुमार निराला ने बताया कि अम्बेडकर जन मोर्चा के केन्द्रीय कमेटी द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जमीन का अधिकार हमारा संवैधानिक अधिकार है, जमीन हम जरूर लेगें, इसलिए जमीन के मुद्दे पर हमारा आन्दोलन अब निर्णायक होगा यानी संघर्ष अब आर-पार का होगा। हम एक लाख से भी ज्यादा संख्या में आम जनता भूमिहीनों गरीबों को लेकर दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को उ0प्र0 के गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय कैम्पस में ‘‘डेरा डालो, घेरा डालो’’ विशाल जन आन्दोलन करेगें, यह आन्दोलन तब तक चलेगा जब तक हमको प्रति परिवार एक एकड़ जमीन का कागज मिल नहीं जाता। हमारा संकल्प है ‘‘जमीन मिलेगा, तभी हटेगें नहीं तो डटे रहेगें’’।
इस आन्दोलन को मा0 पी0एल0 पुनिया (पूर्व सांसद), डॉ0 चन्द्रपाल (रि0 आई0ए0एस0), मा0 डॉ0 अय्यूब अंसारी (राष्ट्रीय अध्यक्ष, पीस पार्टी), श्री एच0एल0 दुसाध (डायवर्सिटी मैन ऑफ इण्डिया), दीदी निर्देश सिंह (सामाजिक कार्यकर्ता, दिल्ली), प्रोफेसर डॉ0 चन्द्र भूषण अंकुर (गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर), डॉ0 रामू सिद्धार्थ (चिंतक/लेखक), मंजूलता (पूर्व प्रत्याशी विधान परिषद), शोभना मशाल (सामाजिक कार्यकर्ता, जौनपुर), नवल किशोर (सम्पादक-फारवर्ड प्रेस, दिल्ली), श्री इमामुद्दीन मंसूरी (सामाजिक कार्यकर्ता), मा0 विश्वात्मा (सामाजिक कार्यकर्ता, लखनऊ) को सम्बोधित करेगें।
उत्तर प्रदेश ही नहीं भारत में रहने वाले करोड़ो भूमिहीन गरीब दलित पिछड़े समाज के नागरिकों के हक, सम्मान और अधिकार की यह लड़ाई है। जमीन का विषय समाज में आर्थिक और सामाजिक असमानता को समाप्त करने का एक कारगर जरिया है। प्रति परिवार एक एकड़ जमीन उन्हें आत्मनिर्भर ही नहीं बनायेगा अपितु भारत के लोकतंत्र, विकास दर और प्रतिव्यक्ति आय को भी सुदृढ़ करेगा।
जनहित के इस महा जन आन्दोलन में निराला ने सभी जनप्रतिनिधियों राजनैतिक व सामाजिक कार्यकर्ताओं, महिलाओं, पुरूषों तथा युवाओं से समर्थन मांगते हुए, सभी से आग्रह किए कि कि दिनांक 10 अक्टूबर 2023 को प्रातः 10ः00 बजे से गोरखपुर कमिश्नर कार्यालय परिसर में आयोजित ‘‘डेरा डालो, घेरा डालो’’ महा जन आन्दोलन में बड़ी से बड़ी संख्या में उपस्थित होवें।