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“स्थिति ऐसे ही बिगड़ती रही तो…” एलन मस्क ने अमेरिका और यूरोपीय देशों को क्यों किया आगाह?

 

Elon Musk On Beclining Birth Rate: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने एक बार फिर जनसंख्या संकट को लेकर गहरी चिंता जताई है . सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर मस्क ने लिखा, “अगर यह सिलसिला जारी रहा, तो पश्चिम का अस्तित्व ही खत्म हो जाएगा .”

उन्होंने ये बात एक यूजर की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए की . पोस्ट में दावा किया गया था कि रिप्लेसमेंट माइग्रेशन पश्चिम के लिए सबसे बड़ा खतरा है . इस पर मस्क ने कहा कि प्रवास नहीं, बल्कि गिरती जन्मदर पश्चिम के लिए सबसे बड़ा खतरा है .

अमेरिका और यूरोप पर खतरे की घंटी

मस्क ने साफ कहा कि अमेरिका और यूरोप जैसे देशों के सामने सबसे बड़ी चुनौती घटती जनसंख्या है . उनके अनुसार, अगर जन्मदर में गिरावट जारी रही तो आने वाले समय में पश्चिमी सभ्यता का अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा . मस्क ने यह भी कहा कि प्रवास का असर भी गंभीर है, लेकिन जनसंख्या संकट कहीं ज्यादा विनाशकारी साबित हो सकता है .

‘ओवरपॉपुलेशन नहीं, अंडरपॉपुलेशन असली संकट’

एलन मस्क पहले भी कई बार कह चुके हैं कि दुनिया में असली समस्या ओवरपॉपुलेशन नहीं, बल्कि अंडरपॉपुलेशन यानी कम होती जनसंख्या है . उनके मुताबिक, जन्मदर में लगातार गिरावट से आर्थिक ठहराव, श्रमिकों की कमी और सभ्यता के पतन तक की नौबत आ सकती है . मस्क ने कहा था, ‘ज्यादातर लोग अब भी मानते हैं कि दुनिया में आबादी ज्यादा है, जबकि सच्चाई इसके बिल्कुल उलट है .’

जापान से यूरोप तक के देश जूझ रहे हैं इस समस्या से

जापान काफी समय से जनसंख्या घटने की समस्या से जूझ रहा है . इसी तरह दक्षिण कोरिया, इटली और पूर्वी यूरोप के कई देश भी इसी संकट का सामना कर रहे हैं . एलन मस्क की चेतावनी इन सभी देशों पर लागू होती है . यही कारण है कि अब इस मुद्दे पर जन्मदर बढ़ाने वाली नीतियों, प्रवासन (माइग्रेशन) सुधार और काम की कमी को पूरा करने के लिए एआई और रोबोट के इस्तेमाल पर चर्चा बढ़ गई है .

विशेषज्ञों का मानना है कि घटती जनसंख्या से निपटने के लिए जन्मदर बढ़ाने वाली नीतियां अपनानी होंगी . साथ ही, श्रमिकों की कमी को पूरा करने के लिए नई तकनीक और रोबोटिक्स का सहारा भी लेना पड़सकता है . एलन मस्क का यह बयान पश्चिमी देशों को अपनी नीतियों पर पुनर्विचार करने की सीधी चेतावनी माना जा रहा है .

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