पीलीभीत में शुक्रवार सुबह से हो रही तेज और मूसलाधार बारिश ने जिले में जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। लगातार बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर स्टेशन रोड और रंगलाल चौराहा जैसे क्षेत्रों में सड़कें तालाब जैसी नजर आ रही हैं।
गणेश चतुर्थी पर स्थापित किए गए गणेश पंडालों में भी पानी भर गया है। इससे श्रद्धालुओं की आस्था प्रभावित हुई है और पूजा-अर्चना में बाधा आ रही है। आयोजकों को मूर्तियों की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने में कठिनाइयां झेलनी पड़ रही हैं।
तापमान में दर्ज हुई गिरावट
बारिश से पहले पीलीभीत का अधिकतम तापमान करीब 32 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस था। तेज बारिश के बाद तापमान में लगभग 4 डिग्री की गिरावट हुई और शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28 डिग्री तक आ गया। इस गिरावट से लोगों को गर्मी और उमस से राहत तो मिली, लेकिन जलभराव और अव्यवस्थित ड्रेनेज सिस्टम ने परेशानी और बढ़ा दी।
जल निकासी बनी बड़ी समस्या
नगर पालिका की लचर जल निकासी व्यवस्था एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। नालियों की सफाई न होने और सिल्ट जाम होने के कारण बारिश का पानी गलियों और सड़कों में भर गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि समय रहते सफाई पर ध्यान नहीं दिया गया, इसलिए अब हालात बिगड़ गए हैं।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान
जिले में अगले 2–3 दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। हालांकि भारी बारिश का कोई विशेष अलर्ट नहीं है, लेकिन सामान्य से मध्यम बारिश की संभावना बनी हुई है। सप्ताहांत तक अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है।
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