केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने बैंक फ्रॉड केस के चार फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। ये चारों आरोपी एक ही परिवार से हैं और करीब 15 साल से फरार चल रहे थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में राजकुमार चुरेवाल, माधव चुरेवाल, दीपक चुरेवाल और राजेश चुरेवाल शामिल हैं। इस मामले में परिवार का एक और सदस्य सुरेंद्र कुमार चुरेवाल भी आरोपी था, लेकिन अब उसकी मौत हो चुकी है।
गिरफ्तारी और छापेमारी
CBI की टीम ने आरोपियों को महाराष्ट्र के नागपुर और छत्रपति संभाजीनगर जिलों से गिरफ्तार किया। ये सभी 2004 और 2007 में दर्ज बैंक फ्रॉड केस के आरोपी थे। अदालत ने 2010 में उन्हें फरार घोषित किया था।
फरारी के दौरान किया गया छल
फरारी के दौरान आरोपियों ने अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी सरकारी आईडी बनवाई और नकली नामों से अलग-अलग शहरों में रह रहे थे। यहां तक कि उन्होंने बैंक से नया लोन भी लिया, जिसका भुगतान नहीं किया।
इनाम और गिरफ्तारी
CBI ने प्रत्येक आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। हाल ही में आरोपियों के नए नाम और पते का पता चलने के बाद, रविवार को छापेमारी कर चारों को गिरफ्तार किया गया।
आगे की कार्रवाई
CBI अब गिरफ्तार आरोपियों को कोलकाता की अदालत में पेश करेगी। इसके अलावा, राज्य पुलिस के साथ मिलकर इनके खिलाफ फर्जीवाड़ा, धोखाधड़ी और जालसाजी के नए केस दर्ज किए जाएंगे।