पिछले महीने 12 दिनों तक ईरान और इजरायल के बीच चले भयंकर युद्ध के बाद अब ईरान ने अपने एयर डिफेंस सिस्टम को दोबारा दुरुस्त कर लिया है. रविवार (20 जुलाई, 2025) को ईरान के सेना चीफ जनरल ने इस बात की जानकारी दी.
ईरान और इजरायल के बीच युद्ध की शुरुआत जून में हुई थी, जब इजरायल ने ईरान के खिलाफ बमबारी शुरू की थी, जिसके जवाब में ईरान ने ड्रोन और मिसाइल हमला किया था. इजरायल के हमलों से ईरान का हवाई सुरक्षा अड्डा पूरी तरह तबाह हो गया था.
सेना संचालक ने दी जानकारी
आधिकारिक समाचार एजेंसी इरना ने सेना संचालन प्रमुख महमूद मौसवी के हवाले से कहा, ‘इजरायल के साथ चले युद्ध में ईरान वायु रक्षा प्रणाली पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसे फिर से दुरुस्त कर दिया गया है.’ उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त रक्षा प्रणालियों को अब बदल दिया गया है.
उन्होंने कहा कि वायु रक्षा प्रणाली के दुरुस्त होने की बात कोई छिपाने लायक नहीं है, लेकिन हमारे सहयोगियों ने घरेलू संसाधनों का उपयोग करके उन्हें पूर्व निर्धारित प्रणालियों में बदल दिया है, जिन्हें उपयुक्त स्थानों पर रखा गया था.
अमेरिका राष्ट्रपति ने भी किया था इजरायल का सहयोग
22 जून को, इजराइल के सहयोगी अमेरिका ने भी ईरान के फोर्डो, इस्फहान और नतांज के परमाणु ठिकानों पर लगातार हमले किए. हालांकि इस हमले से ईरान के कितने ठिकाने तबाह हुए, अभी इसकी कोई ऑफिशियल जानकारी नहीं है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दावा किया था कि उसने जितने ठिकानों को निशाना बनाया, सारे तबाह हो गए.
दोनों देशों के अधिकारियों के अनुसार, इजराइल के साथ युद्ध में ईरान में 1,000 से ज्यादा लोग मारे गए, जबकि ईरानी गोलाबारी में इजराइल में कम से कम 28 लोग मारे गए हैं. इजराइल के हमलों ने ईरान भर में सैन्य बुनियादी ढांचे और परमाणु ठिकानों को निशाना बनाया.