India Vs England Third Test Day 1: रूट के नाबाद अर्धशतक से इंग्लैंड ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन बृहस्पतिवार को चार विकेट पर 251 रन बनाए लेकिन भारत ने रन गति पर नियंत्रण बनाए रखकर मुकाबले को अपनी पकड़ से बाहर नहीं जाने दिया.
अपने 37वें शतक से सिर्फ एक रन दूर रूट 191 गेंद में नौ चौकों की मदद से 99 रन बनाकर खेल रहे हैं. दूसरे छोर पर कप्तान बेन स्टोक्स (102 गेंद में नाबाद 39) उनका साथ निभा रहे हैं. दोनों पांचवें विकेट के लिए अब तक 79 रन की साझेदारी कर चुके हैं. रूट ने इससे पहले ओली पोप (44) के साथ भी तीसरे विकेट के लिए 109 रन जोड़े.
भारतीय गेंदबाजों ने हालांकि दिन के खेल के दौरान रन गति पर नियंत्रण बनाए रखा और अपने अति आक्रामक ‘बैजबॉल’ रवैये के लिए मशहूर मेजबान टीम 83 ओवर में 3.02 रन प्रति ओवर की गति से ही रन बना सकी.
भारत की ओर से नितीश कुमार रेड्डी (46 रन पर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे जबकि जसप्रीत बुमराह (35 रन पर एक विकेट) और रविंद्र जडेजा (26 रन पर एक विकेट) ने एक-एक विकेट चटकाया.
शुरुआती विकेट जल्दी गंवाने के बाद रूट और पोप (104 गेंद पर 44 रन) ने पारंपरिक टेस्ट मैच की बल्लेबाजी शैली अपनाई और तीसरे विकेट के लिए 109 रन की साझेदारी की.
जडेजा ने तीसरे सत्र की पहली ही गेंद पर पोप को पवेलियन भेजकर रूट के साथ उनकी शतकीय साझेदारी को तोड़ा। पोप ने विकेट के पीछे ध्रुव जुरेल को कैच थमाया जो विकेटकीपर ऋषभ पंत की जगह जिम्मेदारी संभाल रहे थे.
भारत को दूसरे सत्र में झटका लगा जब पंत चोटिल हो गए. बुमराह की लेग साइड से बाहर की ओर जाती गेंद उनके बाएं हाथ की अंगुलियों पर लगी जिसके बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा.
रूट ने इससे पहले फाइन लेग क्षेत्र में चौका लगाकर 102 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
अच्छी फॉर्म में चल रहे हैरी ब्रूक (11) भी इसके बाद बुमराह की गेंद को विकेटों पर खेल गए जिससे इंग्लैंड का स्कोर चार विकेट पर 172 रन हो गया। बुमराह ने श्रृंखला में 200 से अधिक गेंद बाद विकेट हासिल किया.
रूट और स्टोक्स ने इसके बाद पारी को संभाला। स्टोक्स ने आकाश दीप पर लगातार दो चौके मारे. दोनों ने सतर्क होकर बल्लेबाजी की और खराब गेंद को बाउंड्री के दर्शन कराए.
इस बीच 81वें ओवर में उड़ने वाले कीड़ों के कारण कुछ समय के लिए खेल रोकना पड़ा. इससे पहले भारत ने उम्मीद के मुताबिक एकमात्र बदलाव करते हुए प्रसिद्ध कृष्णा की जगह बुमराह को एकादश में शामिल किया.
स्टोक्स ने कोच ब्रैंडन मैकुलम के मार्गदर्शन में खेलते हुए घरेलू मैच में सिर्फ दूसरी बार पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया.
बेन डकेट (40 गेंद पर 23 रन) और जैक क्रॉली (43 गेंद पर 18 रन) की सलामी जोड़ी ने पहले घंटे में 13 ओवर में बिना किसी नुकसान के 39 रन बनाकर इंग्लैंड को सतर्क शुरुआत दिलाई.
मैदान की ढलान के कारण भारतीय गेंदबाजों को गेंदबाजी करते समय अभ्यस्त होने में कुछ समय लगा. कप्तान शुभमन गिल ने बुमराह और एजबेस्टन में मैच में 10 विकेट लेने वाले आकाश दीप को नई गेंद सौंपी.
गिल ने पहले घंटे के बाद नर्सरी एंड से रेड्डी को गेंद थमाई और उन्होंने निराश नहीं किया. पहला विकेट भाग्य के सहारे मिला जब डकेट ने लेग साइड के बाहर की शॉर्ट गेंद पर पंत को कैच थमा दिया.
पोप अगली ही गेंद पर आउट हो सकते थे लेकिन गिल गली में मुश्किल कैच लपकने में नाकाम रहे. ओवर की आखिरी गेंद पर क्रॉली का विकेट गिरा. रेड्डी की पिच होने के बाद बाहर की ओर सीम करती हुई गेंद क्रॉली के बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर के दस्तानों में चली गई.
हालांकि इस प्रतिष्ठित मैदान की क्षमता 30 हजार दर्शकों से कुछ अधिक है लेकिन ऐसा लग रहा था जैसे पूरा लंदन इस आयोजन स्थल की ओर उमड़ पड़ा हो. पास ही स्थित सेंट जोंस वुड ट्यूब स्टेशन से बड़ी संख्या में प्रशंसक यहां पहुंचे.
इस बड़े मुकाबले के लिए भारत से भी प्रशंसक आए हैं. बेंगलुरु के एक परिवार ने मैदान के बाहर गैर अधिकृत लोगों से तीन टिकट 1200 पाउंड में खरीदे.