पीएम मोदी श्रीराम और निषादराज की इसी प्रतिमा का अनावरण करेंगे।
पीएम नरेंद्र मोदी आज प्रयागराज आ रहे हैं। पीएम महाकुंभ-2025 के लिए विकास कार्यों का निरीक्षण करेंगे। 7 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट की सौगात भी देंगे। पीएम के दौरे को देखते हुए जिले में 12 वीं तक के सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश जारी किया गया है।
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इस मौके पर सीएम योगी ने सभी 13 अखाड़ों के साधु-संतों को आमंत्रित किया है। पीएम के कार्यक्रम में एक बड़ा बदलाव हुआ है। अब मोदी श्रृंगवेरपुर धाम नहीं जाएंगे। उन्हें रामायण सर्किट के इस स्पॉट से ‘अगड़ा-पिछड़ा एक’ का संदेश देना था। जो अब संगम तट से 2 लाख लोगों की मौजूदगी में दिया जाएगा।
ढाई घंटे के दौरे में पीएम श्रृंगवेरपुर धाम की 51 फीट ऊंची श्रीराम और निषादराज की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। संगम नोज पर पूजा-अर्चना भी करेंगे। अक्षय वट और लेटे हनुमान मंदिर के दर्शन भी करेंगे।
यह प्रयागराज के मेला क्षेत्र की ड्रोन फुटेज है।
महाकुंभ से पहले सबको साथ लाने की कोशिश दिव्य, भव्य और डिजिटल महाकुंभ में दुनियाभर से 40 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है। BJP हिंदुत्व की राजनीति करती रही है। महाकुंभ का सफल आयोजन पार्टी के लिए 2027 यूपी विधानसभा और 2029 लोकसभा चुनाव की राह आसान करेगा। महाकुंभ के दौरान BJP की दो कोशिश रहेंगी। पहली कोशिश, महाकुंभ के जरिए पूरे देश के लोगों में BJP की छाप छोड़ने की है।
दूसरी कोशिश होगी कि यूपी में हिंदू वोटर्स का बंटवारा रोका जाए। हिंदू BJP का कोर वोटर है, जातियों में बंटने से लोकसभा चुनाव 2024 में BJP को यूपी में 29 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा। मोदी अगर महाकुंभ कार्यक्रम में अगड़ी के साथ पिछड़ी जातियों को साथ रहने के संदेश में सफल होते हैं, तो आने वाले चुनाव में BJP, सपा-कांग्रेस के गठबंधन से आगे निकल जाएगी।
RSS ने भी संभाली कमान
महाकुंभ की तैयारी को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी कमान संभाल ली है। घर-घर RSS के स्वयंसेवक बुकलेट लेकर पहुंच रहे हैं। इसमें महाकुंभ की महत्ता से लेकर वहां होने वाले आयोजनों का ब्योरा है। महाकुंभ आने का न्योता भी है।
देशभर के लोग महाकुंभ आ सकें। आराम से दर्शन–पूजन हो सके, इसके लिए दिल्ली, मध्य प्रदेश, हरियाणा, झारखंड, जम्मू–कश्मीर, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु से लोगों को लाने, यहां ठहराने और फिर वापस भेजने की व्यवस्थाएं की जा रही हैं। यूपी सरकार, इन सभी राज्य की सरकारों से संपर्क में है। इसके लिए ये व्यवस्थाएं की जा रही हैं…
- बस और ट्रेन से कैसे लाया जाएगा?
- किन राज्यों के श्रद्धालुओं को कब लेकर आना है?
- सरकारी सुविधाएं कैसे दिलानी हैं?
8 राज्यों के सीएम रहेंगे मौजूद प्रयागराज में बड़ा सियासी जमावड़ा लगने जा रहा है। 8 से 10 राज्यों के मुख्यमंत्री यहां आएंगे। अभी आधिकारिक प्रोटोकॉल प्रयागराज प्रशासन की तरफ से जारी नहीं किया गया है। RSS के पदाधिकारी महाकुंभ कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे। BJP के राष्ट्रीय संगठन के पदाधिकारी भी शिरकत करेंगे। इस जमावड़े से पहले योगी आदित्यनाथ दो बार प्रयागराज का दौरा कर चुके हैं।
SPG ने स्पॉट का जायजा लिया मोदी के प्रयागराज आने से पहले PMO और SPG टीम प्रयागराज पहुंच चुकी है। सुरक्षा टीमों ने जनसभा स्थल, अक्षयवट और हनुमान मंदिर कॉरिडोर का जायजा लिया।
40 ब्लॉग बने, वीआईपी गेस्ट की खास व्यवस्था जनसभा के लिए पंडाल तैयार हो चुका है। 20 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था है। टारगेट ऐसा है कि 2 लाख लोग की मौजूदगी हो सकती है। विशाल पंडाल में करीब 40 ब्लॉक बनाए गए हैं, जिसमें वीआईपी गेस्ट के लिए अलग व्यवस्था है।
प्रयागराज के सभी होटल फुल पीएम मोदी के दौरे से पहले प्रयागराज के सभी बड़े होटल की बुकिंग फुल हो चुकी है। इनमें ज्यादातर बुकिंग सरकार की तरफ से की गई हैं। केंद्रीय मंत्री, विधायक और संगठन पदाधिकारियों के लिए कमरों की बुकिंग 12 और 13 दिसंबर के लिए करवाई गई हैं।
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महाकुंभ में आने वाले यात्रियों को ट्रेन का टिकट खरीदने के लिए रेलवे स्टेशन नहीं जाना पड़ेगा। रेलवे के वाणिज्य कर्मचारी ड्यूटी के दौरान हरा जैकेट पहने रहेंगे। जैकेट के पीछे के हिस्से में अनरिजर्व टिकटिंग सिस्टम ऐप यानी UTS का QR कोड बना होगा, जिसे स्कैन करके टिकट बुकिंग होगी।