PM Modi Addresses Trinidad And Tobago Parliament: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन दिनों 5 देशों की यात्रा पर हैं. घाना के बाद पीएम मोदी गुरुवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे. पोर्ट ऑफ स्पेन में शुक्रवार को उन्होंने कहा कि विकासशील देशों की आवाज पुरजोर तरीके से नहीं उठाई जा रही है और ग्लोबल साउथ को सही मंच पर उसका उचित स्थान दिलाने के लिए भारत अपने साझेदारों के साथ काम करेगा.
त्रिनिदाद एवं टोबैगो की संसद को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है और वैश्विक समुदाय को इसे पनाह या कोई भी जगह नहीं देने के लिए एकजुट होना चाहिए. पीएम मोदी ने कहा कि भारत जी-20 की अध्यक्षता के दौरान ग्लोबल साउथ की चिंताओं को वैश्विक निर्णय प्रक्रिया के केंद्र में लाया था.
मुक्त व्यापार दबाव में है- पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि हमारी साझेदारियां सम्मान और बिना किसी शर्त पर आधारित हैं. पीएम मोदी ने स्पष्ट रूप से ग्लोबल साउथ के लिए भारत और चीन के नजरिये के बीच अंतर बताने के लिए यह बात कही. कैरेबियाई देश की संसद को संबोधित करने वाले पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुक्त व्यापार दबाव में है और विश्व जलवायु परिवर्तन, खाद्य, स्वास्थ्य एवं ऊर्जा सुरक्षा की चुनौतियों का सामना कर रहा है.
उन्होंने कहा कि पुरानी संस्थाएं शांति और प्रगति लाने के लिए संघर्ष कर रही हैं. इस बीच ग्लोबल साउथ उभर रहा है. इसमें शामिल देश एक नई और अधिक निष्पक्ष विश्व व्यवस्था देखना चाहते है. पीएम मोदी ने कहा कि जब संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के 75 वर्ष पूरे हुए तो विकासशील देशों में बड़ी उम्मीद जगी थी. उम्मीद थी कि काफी समय से लंबित सुधार साकार होंगे. आखिरकार हमारी आवाज सुनी जाएगी, लेकिन वह उम्मीद निराशा में बदल गई.
‘आतंकवाद मानवता का दुश्मन है’
पीएम मोदी ने आतंकवाद को एक गंभीर खतरा बताया और इससे निपटने के लिए ठोस प्रयासों का आह्वान किया. मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता का दुश्मन है. इसी रेड हाउस (त्रिनिदाद एवं टोबैगो की संसद) ने खुद आतंकवाद के घाव और निर्दोष लोगों के खून को बहते देखा है.
ग्लोबल साउथ में वो देश शामिल हैं, जो प्रौद्योगिकी और सामाजिक विकास के मामले में कम विकसित माने जाते हैं. ये देश मुख्यतः दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित हैं. इसमें अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के देश शामिल हैं.