नन्हे मुन्ने बच्चो की प्रस्तुति देख लोगो ने कहा वह!
सुपर फास्ट टाइम्स
सवाददाता/मोहम्मद अहमद
*उर्स के दूसरे दिन बच्चो ने पेश किया 58 अलग तरीके प्रोग्राम*
*समाज की सेवा करने वाले 53 लोगो का भव्य स्वागत*
मसौली बाराबंकी!10 दिवसीय मेला के दूसरे दिन नन्हे मुंहे बच्चो द्वारा मनमोहक प्रोग्राम पेश करके लोगो को देर रात तक बांधे रखा। देश भक्ति ड्रामा एक्शन नात कॉमेडी कुरूतियो के खिलाफ जागरूकता समेत करीब 58 आकर्षक प्रोग्राम देख कर लोगो ने बच्चों का खूब हौशला बढ़ाया कस्बा त्रिलोकपुर में हजरत आकिल शाह अरगवानी कि मजार पर चल रहे 53वे उर्स के दुसरे दिन बच्चों प्रस्तुति देखने बड़े पैमाने पर महिलाएं और बच्चों का जमावड़ा इकठ्ठा हुआ।
सोमवार की रात्रि मदरसा हाफ़िजुल उलूम के बच्चों द्वारा किरत से हुआ इसके बाद एक से बढ़कर एक प्रोग्राम का प्रस्तुतिकरण हुआ ।बच्चो मशहूर कवियों शायरों की पंक्तियो अपने नन्हे अंदाज में पेश किया। दहेज रिस्तो का रखरखाव बड़ो की समा के प्रति जिम्मेदारी से लेकर फैमली के इस प्रोग्राम में हर पहलू को छुआ ।नसरा अंजुम ने पढ़ा “खुदा से मिलाती है माँ, हमको बहुत याद आती है माँ, आईमन ने पढ़ा अजब माजरा है हजरात देखिए, दामाद मांग रहा खैरात देखिए। इसी तरह कामेडी मुशायरे में प्रवेज ने पढा “हाय किस्मत खोटी मेरी बीबी मोटी” व मुईन ने कहा “एक बीबी मिली वो भी काली मिली” जैसी शायरी से दर्शकों को खूब हसाया तो नसरा बानो ने उसके जवाब में दर्शको के सामने पढ़ा कि “ये कैसी परंपरा है ये कैसा विधान है, बापू बताओं क्या मेरी याद आती नहीं, इसके अलावा “बेटी क्या है” “इज़्ज़त की कुर्सी” “दहेज प्रथा” अपनी बीबी को बस में करे, बीबी से छुटकारा जैसी नाट्य प्रस्तुति देकर लोगो पर अमित छाप छोडी नाटक के माध्यम से समाज मे होने वाले बेटियों की गर्भ में होने वाली हत्या दहेज़ हत्या घरेलू हिंसा जैसी कुप्रथाओ के प्रति लोगो को जागरूक किया और हम भरत पे जान देने को तैयार है, हम वफादार है हम वफादार है देश भक्ती गीत पर प्रस्तुति देकर बच्चों ने दर्शकों का मन मोह लिया इस अवसर पर रूपेश रावत, छोटकन वर्मा , मुजामिल नियाज अंसारी, शफीक, बिंदुर जायसवाल, आदि दर्शक मौजूद रहे।