*दो पक्षों में जमकर चले लाठी-डंडे, दो की मौत, बारह से अधिक गंभीर रूप से घायल*
*सुपर फास्ट टाइम्स/ नागेन्द्र प्रताप शुक्ल*
बिजुआ खीरी। लखीमपुर खीरी के भीरा थाना क्षेत्र में आवारा पशुओं को भागने को लेकर शुक्रवार देर हुए विवाद को लेकर दो पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चले। जिसमें से दो युवकों की मौत हो गई, वहीं 12 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गये। कुछ गंभीर घायलों को लखीमपुर से लखनऊ रेफर किया गया था जहां इलाज के दौरान दो युवकों की मौत हो गईl घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थिति का जायजा लिया । वही सुबह होते ही माहौल तनावपूर्ण हो गया। दोपहर बाद पहुंचे आईजी रेंज लखनऊ प्रशांत कुमार ने मामले की स्थिति सम्भाली और आरोपियों पर कार्रवाई के आश्वासन दिया।
यह पूरा मामला लखीमपुर के भीरा थाना क्षेत्र के राणा बाजार का है। जहां आवारा पशुओं को भगाने को लेकर दो पक्षों में जमकर विवाद हुआ। शुक्रवार की देर रात रामजीत सिंह, गुड्डू, विनीत, कौशल, रामदेव, अमन, लोकेंद्र और सोनी सिंह गांव के छुट्टा जानवरों को भगा रहे थे । जानवर भगाने के दौरान दूसरे पक्ष से संतराम, सुशील, राजकुमार, सौरभ, अशोक, मायाराम और रामगोपाल के बीच छुट्टा जानवरों को हमारे तरफ क्यों भागा रहे हो । इस बात को लेकर विवाद होने लगा।
विवाद इतना ज्यादा बढ़ गया कि बात मारपीट तक पहुंच गई और दोनों पक्षों में लाठी-डंडे चलने लगे। जिसमें दोनों पक्षों के 12 से अधिक लोग घायल हो गए l विवाद में रामजीत सिंह पुत्र जसवंत सिंह और गुड्डू सिंह पुत्र रामदेव सिंह, विनीत सिंह पुत्र सोनू सिंह, कौशलेंद्र पुत्र रंजीत सिंह, रामदेव सिंह पुत्र चंद्रमा, अमन सिंह पुत्र बृजेश सिंह, लोकेंद्र प्रताप पुत्र रंजीत सिंह, सोनी सिंह पत्नी सोनू सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई। जिन्हें बिजुआ सरकारी अस्पताल ले जाया गया । जहां से इन लोगों को जिला मुख्यालय रेफर कर दिया गया । जिला मुख्यालय पर पहुंचे गुड्डू सिंह और राम जीत सिंह की हालत को गम्भीर देखते हुए इलाज के लिए केजीएमयू लखनऊ भेजा गया था जहां पर इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई है। मौत के बाद गाँव पूरा छावनी में तब्दील हो गया। ओर कई थानों की पुलिस बल सहित पीएसी बल मौके पर तैनात हो गई।
घटना के बाद सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हो गये । इधर मौके पर पहुंचे एसपी गणेश प्रसाद साहा ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और पीड़ित परिवार से मुलाकात कर घटना की वजह जानी । वही करीब 10 बजे पीड़ित परिवार के घर करणी सेना पहुंच गयी जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण होने लगा । चूंकि मामला दलित समुदाय और राजपूत समाज के बीच का होने की वजह से गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया । करणी सेना के कार्यकर्ता आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग और उनके घर पर बुलडोजर की कार्रवाई को लेकर अड़ गये ।
जिसके बाद मौके पर एसडीएम गोला सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गये, साथ ही गोला विधायक अमन गिरी व भाजपा जिलाध्यक्ष सुनील सिंह ने भी पहुंचकर परिवार का हाल जाना और आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया । वही करीब 3 बजे आई जी रेंज लखनऊ भी पहुंच गये । इधर शव आने से पहले ही परिजन अन्य ग्रामीणों के साथ स्टेट हाइवे को जाम कर बैठ गये और बुलडोजर की कार्रवाई की मांग करने लगे । जिसके बाद प्रधानपुत्र सहित 27 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया है । वही इस पूरी घटनाक्रम में भाजपा युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष सहित कई संगठनों से लोग मौके पर पहुँचे। समाचार लिखे जाने तक पोस्टमार्टम के बाद शव गाँव न पहुच पाने की वजह से अंतिम संस्कार आज नही हो पाया था।