लखनऊ। ग्रामीण अंचलों से खेल प्रतिभाएं सामने आने के बाद अब इन खिलाड़ियों को तराशने बीड़ा राजधानी के मुख्य विकास अधिकारी अश्विनी कुमार पांडेय ने उठाया है। खेल प्रतिभाओ को गांव में ही रहकर तैयारी करने का मौका मिले इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी ने खेल मैदानों का निर्माण करवाया है, जहां पर ग्रामीण अंचलों के बच्चे आकर क्रिकेट, फुटबाल, बॉलीबाल जैसे खेलों को खेलते है। सीडीओ के इस अनूठे प्रयास से जहां ग्रामीण बच्चों में खेल भावना विकसित होगी वहीं प्रधानमंत्री की खेलो इंडिया मुहिम का सपना भी साकार होगा।
राजधानी के बीकेटी में अटेसुवा, कठवारा, अल्दमपुर, मुसपिपरी, कुनौरा शाहपुर में ओपेन जिम का निर्माण कराया गया है तो वहीं मलिहाबाद में महमूदनगर, कटौली, मोहनलालगंज में भसंडा, मस्तीपुर, परसपुर ठट्ठा, जबरौली, अधैया,माल में नबीपनाह, पारा भदराही, अऊमऊ,चिनहट में धुबैला, रैथा,सरोजनीनगर में परवर पूरब, दादूपुर, गोसाईगंज में हसनापुर, फरीदपुर, देईटेकर, रतियामऊ, भट्टीबरकत नगर स्थित खेल मैदानों में ओपेन जिम का निर्माण भी शीघ्र कराया जायेगा। ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए ग्राम पंचायतों में उपलब्ध भूमि के अनुसार प्रथम फेज में 24 खेल मैदान का विकास मनरेगा योजनान्तर्गत किया गया है, जिसमे बच्चों के लिए बाली बॉल, कबड्डी, क्रिकेट इत्यादि के लिए पिच का निर्माण कराया गया है। खेल मैदान की प्रगति की समीक्षा मुख्य विकास अधिकारी द्वारा प्रति दिवस की जाती थी तथा निरंतर औचक निरीक्षण करते हुए खेल मैदान की गुणवत्ता का परीक्षण भी किया जाता था। खेल मैदान के विकसित होने के बाद बच्चों में खेल की भावना में वृद्धि हुई है एवम सुबह शाम खेल मैदान के चारो ओर टहल रहे है, एवं खेलते है। ग्रामीण क्षेत्र में बनाए गए खेल मैदान में विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को क्रियान्वित कराए जाने के लिए युवक मंगल दल व महिला मंगल दल को भी सक्रिय करते हुए समितियों का गठन कराया जा रहा है।
Check Also
शारदीय नवरात्र पर कामाख्या धाम में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुटी, गहमर के सैनिकों की रक्षा करती हैं देवी मां।
गाजीपुर के एशिया के सबसे बड़े गांव गहमर में स्थित मां कामाख्या धाम में …
Super Fast Times