कानपुर में कपड़ा कारोबारी से 2.31 करोड़ की ठगी के मामले में क्राइम ब्रांच की जांच में एक बड़ा खुलासा हुआ है। इस रकम को खपाने के लिए पहले 15 खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ उसके बाद अलग अलग थर्ड लेयर के 700 बैंक खातों में छोटी छोटी रकम ट्रांसफर कर दी गई।
.
पांडुनगर निवासी व्यवसायी गौरव बजाज नवंबर 2024 में फेसबुक देख रहे थे। फेसबुक पर लिंक मिला जिस पर क्लिक कर दिया। जिसके बाद एक वेबसाइट खुल गई। उसके पेज पर चैट शुरू हुई तो उन्हें गोल्ड में निवेश कर फायदा बताया गया। कारोबारी निवेश को राजी हुए तो बैंक खाते की डिटेल भेजकर उन्हें रुपये ट्रांसफर करने को कहा गया।
कारोबारी ने 25 नवंबर 2024 से लेकर मार्च 2025 तक करीब चार माह में विभिन्न बैंक खातों में 2,31,85,076 रुपये ट्रांसफर कर दिए। साइबर ठगों ने उन्हें विश्वास में लेने के लिए 5.14 लाख रुपये वापस भी किए। हैरत की बात है कि व्यवसायी करीब चार माह तक लगातार वालेट में रुपये जमा करते रहे और इस दौरान कभी उन्हें अपने साथ साइबर फ्राड होने का शक नहीं हुआ।
अच्छी खासी धनराशि एकत्रित हो जाने के बाद उन्होंने पैसा निकालना चाहा लेकिन नहीं निकाल सके। जिसके बाद उन्होंने साइबर सेल में मुकदमा कराया। इस मामले में एडीसीपी अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि अब तक सेकेंड और थर्ड लेयर के करीब 700 खातों में पैसा जाने की जानकारी हुई है। इसकी जांच की जा रही है।